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ग्रामीण डाक सेवकों के डीए को हम फ्रीज नहीं करने देंगेः सुगंधी कुमार मिश्र

ग्रामीण डाक सेवकों के डीए को हम फ्रीज नहीं करने देंगेः सुगंधी कुमार मिश्र

ग्रामीण डाक सेवकों के डीए को हम फ्रीज नहीं करने देंगेः सुगंधी कुमार मिश्र

भारतीय मजदूर संघ एवं भारतीय डाक कर्मचारी महासंघ से संबद्ध भारतीय ग्रामीण डाक कर्मचारी संघ के महासचिव सुगंधी कुमार मिश्र ने भारत सरकार में कैबिनेट सेक्रेटरी को पत्र लिखकर ग्रामीण डाक सेवकों के डीए फ्रीज किए जाने पर अपनी घोर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने लिखा है कि सरकार का यह फैसला समझ से परे है। उन्होंने लिखा कि सरकार को यह फैसला लेने से पहले कर्मचारी नेताओं से बात करनी चाहिए थी, साथ ही सरकार को इस फैसले को लेकर एक आमसहमति का रवैया अपनाना था। लेकिन सरकार ने यह फैसला लेकर अपनी हठधर्मिता का परिचय दिया है। जिसके कारण 48 लाख सरकारी कर्मचारी, 3 लााख ग्रामीण डाक सेवक सहित 65 लाख वरिष्ठ नागरिक जो कि पेंशन लेते हैं बहुत ही नाराज हैं। 

पहले ही एक दिन का वेतन कर चुके हैं दान

उन्होंने लिखा कि सरकार को सहयोग करने के लिए कर्मचारियों ने पहले ही सरकार की अपील पर एक दिन का वेतन प्रधानमंत्री सहायता कोष में दान कर दिया है। और अब उनके पास ज्यादा कुछ देने को बचा नहीं है। उन्होंने लिखा कि आज डाक कर्मचारी एवं ग्रामीण डाक सेवक कोविड-19 संक्रमण के दौरान अग्रिम पंक्ति में लड़ाई लड़ रहा है। उन्होंने लिखा कि ग्रामीण डाक सेवक अपने घर से पेट्रोल के खर्च लगाकर गांव-गांव, घर-घर आज लोगों को भुगतान बांट रहा है। और जब कोरोना की लड़ाई में उन्हें रिवाॅर्ड देने की बारी आई तो सरकार ने उनके डीए फ्रीज करके उन्हें असहाय करने का कार्य कर दिया।

वित्तीय दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा

उन्होंने लिखा कि डीए फ्रीज किए जाने से कर्मचारियों और ग्रामीण डाक सेवक सहित पेंशनर्स को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। जिसके कारण कर्मचारी विशेषकर ग्रामीण डाक सेवक अभी ही मानसिक रूप से घबरा गए हैं कि वे अपने लोन आदि का खर्च कैसे समावेशित करेंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की कि तत्काल सरकार डीए फ्रीजिंग का आदेश रद्द करे और कर्मचारियों में एक बार उन्हें इस लड़ाई में लड़ने के लिए उत्साहित करे।

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